पत्रकारिता के प्रकार कितने हैं ? | What are the types of journalism?
पत्रकारिता के प्रकार कितने हैं ? पत्रकारिता का क्षेत्र अत्यन्त व्यापक है। जीवन और जगत में जितने भी क्षेत्र बढ़े हैं, उतने ही पत्रकारिता में विविधता आयी है।
पत्रकारिता के प्रकार कितने हैं ? पत्रकारिता का क्षेत्र अत्यन्त व्यापक है। जीवन और जगत में जितने भी क्षेत्र बढ़े हैं, उतने ही पत्रकारिता में विविधता आयी है।
पत्रकारिता क्या है? आधुनिक युग में मानव जीवन अत्यन्त व्यस्त है, स्पर्द्धाशील है। हर कोई अपनी जीवनाकांक्षाओं की परितृप्ति चाहता है। पत्रकारिता एक विशिष्ट और सशक्त माध्यम है जो हमें दैनिक घटनाओं, प्रसंगों, नूतनताओं एवं विविधताओं से परिचित कराने में पूर्णतः सक्षम है।
क्या आप जानते है की समाचार पत्रकारिता क्या है तथा समाचार के स्त्रोत कौन कौन से है? ये सब जवाब आपको यही, इसी पोस्ट में मिलेंगे |
उपसम्पादक समाचार पत्र का अज्ञात यौद्धा होता है। जनता केवल सम्पादक का जानती है. रिपोर्टर को भी भली-भांति जानती है। परन्तु उपसम्पादक को कोई नहीं जानता। यद्यपि यह समाचार पत्र का मेरुदण्ड अनसंग हीरो, क्रियेटिव आर्टिस्ट (क्रियात्मक कलाकार), समाचार प्रणेता है तो भी उसके महत्त्व कोई नहीं जानता।
संपादकीय विभाग एक महत्त्वपूर्ण विभाग है। इसका मुखिया प्रधान सम्पादक होता है। उसकी सहायता करने के लिए संयुक्त सम्पादक, वरिष्ठ उपसम्पादक, उपसम्पादक समूह होता है। यही वह टीम है जो समाचार पत्र में सम्पादन कार्य सम्पन्न कर पत्र को उत्कृष्ट बनाने का प्रयास करती है।
हिंदी पत्रकारिता का उद्भव एवं विकास |पत्रकारिता शब्द का सामान्य अर्थ है- पत्रकार का व्यवसाय या कार्य। हिन्दी में इसके लिए अनेक पर्यायवाची शब्द प्रचलित हैं
पत्रकारिता का राजनीति, साहित्य, समाज और संस्कृति से क्या सम्बन्ध है? राजनीति हमारे राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है। इसका सार्वजनिक रूप से व्यापक प्रभाव है।